संगरूर (पंजाब)। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर की गिरफ्तारी के बाद सियासत तेज हो गई है। पंजाब के संगरूर के जिलाधीश परिसर के बाहर किसान धरना दे रहे हैं। उन्होंने मीडिया के माध्यम से सरकार से गिरफ्तार किए किसानों को छोड़ने की अपील की।
किसान नेता जसविंदर सिंह ने आईएएनएस से कहा, "जब तक गिरफ्तार किए गए हमारे सभी किसानों को छोड़ नहीं दिया जाता, तब तक धरना जारी रहेगा।"
पंजाब सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, "मान सरकार ने हमारे साथ सीधा धोखा किया है। मीटिंग के बहाने बुलाकर हमारे नेताओं की गिरफ्तारी की है। यदि जल्द ही गिरफ्तार किए गए किसान रिहा नहीं किए गए, तो हमारा आंदोलन और तेज हो जाएगा।"
किसान नेता कैप्टन मेजर सिंह ने कहा, "कल (बुधवार को) किसानों के साथ बहुत ही बुरा हुआ। पूरा देश और किसान इसकी निंदा कर रहा है। ऐसे किसी को घर में बुलाकर गिरफ्तार करना गलत है। वहीं, रोड से किसानों को हटाकर भी उन्होंने गलत किया है। अगर सरकार मांगे नहीं मान सकती तो किसानों को धक्का भी नहीं दे सकती। मांग करना किसानों का हक है। किसानों को लेकर सरकार की नीति बहुत ही गलत है। आगे किसान मोर्चे की मीटिंग में जो फैसला लिया जाएगा, हम वही करेंगे।"
किसान यूनियन के नेता हरबंस सिंह ने कहा, "केंद्र सरकार की नीति बहुत ही गलत है। केंद्र ने अपनी टीम भेजकर हमसे बात करने की बात कही। लेकिन सारे किसान बात करने गए, तो उन्होंने कोई भी फैसला नहीं दिया और जानबूझकर लेट करते रहे और फिर गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने किसानों को बदनाम करने का काम किया। पुलिस की तारीफ करनी चाहिए। पुलिस ने किसानों को हटाने के लिए किसी तरह का बल प्रयोग नहीं किया।"
उल्लेखनीय है कि हरियाणा पुलिस ने गुरुवार सुबह विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के लिए लगाए गए कंक्रीट के बैरिकेड्स हटाने शुरू किए। इससे पहले बुधवार को पंजाब पुलिस ने देर शाम धरना स्थल को खाली करा दिया और अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे किसानों को हटा दिया।
इसके साथ ही प्रमुख किसान नेताओं जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर को हिरासत में ले लिया गया। किसान नेता शंभू बॉर्डर की ओर जा रहे थे, लेकिन मोहाली में पंजाब पुलिस ने उनके काफिले को रोक लिया, जहां उन्हें हिरासत में ले लिया गया।